अमेरिका में कहानी के उद्भव और विकास की चर्चा कीजिए । - IGNOU MHD 05

अमेरिका में कहानी के उद्भव और विकास की चर्चा


अमेरिका में कहानी का उद्भव और विकास: एक व्यापक विश्लेषण

अमेरिकी कहानी का इतिहास यूरोपीय साहित्यिक परंपराओं, विशेष रूप से जर्मन कहानियों से गहराई से प्रभावित होने के साथ शुरू हुआ, लेकिन यह जल्द ही अपनी अनूठी पहचान बनाने में सफल रही। इस विधा को अक्सर "एकमात्र साहित्यिक रूप" के रूप में सराहा जाता है जिसे अमेरिका ने विकसित किया और विश्व मंच पर प्रस्तुत किया। यह एक ऐसी यात्रा है जो 19वीं शताब्दी की शुरुआत में लोक कथाओं और नैतिक उपाख्यानों के साथ शुरू हुई और 20वीं और 21वीं शताब्दी में मनोवैज्ञानिक गहराई, यथार्थवाद और प्रायोगिक कथाओं के जटिल ताने-बाने में विकसित हुई।

प्रारंभिक उद्भव और आधारभूत कार्य (19वीं शताब्दी की शुरुआत)

अमेरिकी कहानी के प्रारंभिक चरण में कुछ दूरदर्शी लेखकों का प्रभुत्व था जिन्होंने इस विधा की नींव रखी।

वाशिंगटन इरविंग (Washington Irving): अमेरिकी कहानी के जनक
वाशिंगटन इरविंग को व्यापक रूप से अमेरिकी कहानी के जनक के रूप में स्वीकार किया जाता है। उनकी 1820 में प्रकाशित कृति "द स्केच बुक ऑफ़ जेफ्री क्रेयॉन, जेंट" (The Sketch Book of Geoffrey Crayon, Gent.) में उनकी सबसे प्रसिद्ध कहानियाँ शामिल थीं: "रिप वैन विंकल" (Rip Van Winkle) और "द लीजेंड ऑफ़ स्लीपी हॉलो" (The Legend of Sleepy Hollow)। इन कहानियों ने केवल मनोरंजन नहीं किया बल्कि लघु कथाओं को लोकप्रिय बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इरविंग की शैली की विशेषताएँ थीं:
  • लोककथाओं का समावेश: उन्होंने यूरोपीय लोक कथाओं और किंवदंतियों को अमेरिकी परिवेश में ढाला, जिससे कहानियों को एक परिचित लेकिन नया रूप मिला।
  • हास्य और व्यंग्य: उनकी कहानियों में अक्सर कोमल हास्य और सामाजिक व्यंग्य का पुट होता था, जो पाठकों को आकर्षित करता था।
  • सहानुभूतिपूर्ण पात्र: इरविंग के पात्र, जैसे कि आलसी लेकिन मिलनसार रिप वैन विंकल, तुरंत पाठकों से जुड़ जाते थे।
  • विस्तृत सेटिंग्स: उनकी कहानियों में हडसन नदी घाटी जैसे अमेरिकी परिदृश्यों का सजीव चित्रण था, जिसने उन्हें एक विशिष्ट अमेरिकी भावना प्रदान की।
इरविंग ने अमेरिकी साहित्यिक पहचान स्थापित करने में मदद की और साबित किया कि अमेरिकी लेखकों के पास बताने के लिए अपनी अनूठी कहानियाँ हैं।

एडगर एलन पो (Edgar Allan Poe): लघु कहानी को एक कला के रूप में
वाशिंगटन इरविंग के विपरीत, जिन्होंने मनोरंजन पर जोर दिया, एडगर एलन पो ने लघु कहानी को एक गंभीर कला रूप के रूप में देखा। उन्हें मनोवैज्ञानिक गहराई, रहस्य, डरावनी और जासूसी कहानियों के लिए जाना जाता है। पो को अक्सर "डिटेक्टिव स्टोरी" (Detective Story) के जनक के रूप में भी श्रेय दिया जाता है, उनकी कहानी "द मर्डर्स इन द रु मॉर्ग" (The Murders in the Rue Morgue) को इस शैली का पहला उदाहरण माना जाता है। पो का लघु कहानी के लिए सबसे महत्वपूर्ण योगदान उनका "एकल प्रभाव" (single effect) का सिद्धांत था। उनके अनुसार, एक लघु कहानी को एक विशिष्ट और एकीकृत प्रभाव पैदा करने के लिए सावधानीपूर्वक निर्मित किया जाना चाहिए, जिसमें प्रत्येक शब्द, वाक्य और घटना उस प्रभाव को प्राप्त करने में योगदान दे। उनकी कहानियाँ, जैसे "द फॉल ऑफ़ द हाउस ऑफ़ अशर" (The Fall of the House of Usher) और "द टेल-टेल हार्ट" (The Tell-Tale Heart), आज भी पाठकों को उनके भयावह और मनोवैज्ञानिक रूप से गहन चित्रण से मोहित करती हैं।

नथानिएल हॉथोर्न (Nathaniel Hawthorne): नैतिक और प्रतीकात्मक गहराई
नथानिएल हॉथोर्न ने लघु कहानी को नैतिक और प्रतीकात्मक अन्वेषण के एक वाहन के रूप में इस्तेमाल किया। उन्होंने पाप, नैतिकता, अपराधबोध, और मानव हृदय पर उनके प्रभावों की पड़ताल की। हॉथोर्न ने अपनी कई कहानियों को 17वीं और 18वीं शताब्दी के प्यूरिटन न्यू इंग्लैंड की पृष्ठभूमि में स्थापित किया। यह पृष्ठभूमि उन्हें अपने काम में नैतिक सिद्धांतों, गूढ़ प्रतीकात्मकता और मानव स्वभाव के अंधेरे पक्ष को बुनने का अवसर देती थी। उनकी कहानियाँ, जैसे "यंग गुडमैन ब्राउन" (Young Goodman Brown) और "द मिनिस्टर'स ब्लैक वेल" (The Minister's Black Veil), रूपक और नैतिक दुविधाओं से भरी हैं, जो पाठकों को गहन विचार-विमर्श में संलग्न करती हैं। हॉथोर्न ने लघु कहानी को केवल मनोरंजन के बजाय आत्म-चिंतन और सामाजिक टिप्पणी के एक साधन के रूप में स्थापित करने में मदद की।

यथार्थवाद और सामाजिक टिप्पणियों का उदय (19वीं शताब्दी के अंत और 20वीं शताब्दी की शुरुआत)

19वीं शताब्दी के अंत तक, अमेरिकी साहित्य में यथार्थवाद (Realism) का उदय हुआ, जिसमें लेखकों ने रोजमर्रा की जिंदगी को सच्चाई और सटीकता के साथ चित्रित करने पर ध्यान केंद्रित किया। इस अवधि में लघु कथाओं की मांग में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो आंशिक रूप से सस्ती छपाई और साहित्यिक पत्रिकाओं के विस्तार के कारण संभव हुई।

प्रमुख यथार्थवादी लेखक:
  • मार्क ट्वेन (Mark Twain): हालांकि उन्हें मुख्य रूप से उपन्यासों के लिए जाना जाता है, ट्वेन ने कई प्रभावशाली लघु कथाएँ भी लिखीं। उनकी कहानियाँ, जैसे "द सेलिब्रेटेड जंपिंग फ्रॉग ऑफ़ कैलावरस काउंटी" (The Celebrated Jumping Frog of Calaveras County), अमेरिकी बोलचाल की भाषा, क्षेत्रीय हास्य और अमेरिकी सीमांत जीवन के यथार्थवादी चित्रण के लिए प्रसिद्ध थीं। उन्होंने कहानियों के माध्यम से अमेरिकी समाज की विसंगतियों और पाखंडों पर तीखा व्यंग्य किया।
  • हेनरी जेम्स (Henry James): जेम्स ने मनोवैज्ञानिक यथार्थवाद पर ध्यान केंद्रित किया, जिसमें उनके पात्रों के आंतरिक जीवन, उनकी प्रेरणाओं और सामाजिक अंतःक्रियाओं की जटिलताओं को दर्शाया गया। उनकी कहानियाँ अक्सर यूरोपीय और अमेरिकी संस्कृतियों के बीच टकराव और अमेरिकियों के विदेश में अनुभवों का पता लगाती थीं।
  • स्टीफन क्रेन (Stephen Crane): क्रेन का यथार्थवाद अक्सर प्राकृतिकता (Naturalism) की ओर झुकता था, जो नियतिवाद और मनुष्य की शक्तिहीनता पर जोर देता था। उनकी कहानियाँ, जैसे "द ओपन बोट" (The Open Boat), मानव अस्तित्व की क्रूर वास्तविकताओं और प्राकृतिक दुनिया की उदासीनता को उजागर करती हैं।
  • केप चोपिन (Kate Chopin): चोपिन ने अपनी कहानियों में लुइसियाना क्रियोल और अकाडियन संस्कृतियों को चित्रित किया, अक्सर महिलाओं के जीवन, उनकी इच्छाओं और सामाजिक बाधाओं पर ध्यान केंद्रित किया। उनकी कहानियाँ, जैसे "द स्टोरी ऑफ़ एन आवर" (The Story of an Hour), नारीवादी विषयों और महिला सशक्तिकरण की प्रारंभिक अभिव्यक्तियों में से थीं।
इस अवधि में "स्थानीय रंग" (Local Color) आंदोलन भी फला-फूला, जिसने विशिष्ट अमेरिकी क्षेत्रों की अद्वितीय बोलियों, रीति-रिवाजों और परिदृश्यों पर ध्यान केंद्रित किया। ब्रेट हर्ट (Bret Harte) जैसे लेखक कैलिफोर्निया गोल्ड रश के अपने चित्रण और सीमांत जीवन के चरित्रों के लिए प्रसिद्ध हुए।

20वीं शताब्दी: आधुनिकतावाद, सामाजिक परिवर्तन और प्रायोगिक कथाएँ

20वीं शताब्दी अमेरिकी कहानी के लिए एक महत्वपूर्ण अवधि थी, जिसमें युद्धों, आर्थिक परिवर्तनों और सामाजिक उथल-पुथल ने साहित्यिक परिदृश्य को आकार दिया।

आधुनिकतावाद :- 20वीं शताब्दी की शुरुआत में आधुनिकतावादी लेखकों ने लघु कहानी को चरित्र और आंतरिक जीवन पर अधिक केंद्रित किया, अक्सर पारंपरिक कथानक संरचनाओं से दूर चले गए।
  • अर्नेस्ट हेमिंग्वे: हेमिंग्वे ने अपनी "आइसबर्ग सिद्धांत" के साथ लघु कहानी को नया रूप दिया, जिसमें कथा की सतह पर केवल एक छोटा सा हिस्सा दिखाई देता है और अधिकांश अर्थ और भावना अंतर्निहित होती है। उनकी कहानियाँ संक्षिप्त, प्रत्यक्ष और अनावश्यक शब्दों से रहित थीं, फिर भी उनमें गहरी भावनात्मक प्रतिध्वनि थी। "ए क्लीन, वेल-लाइटेड प्लेस" और "द स्नोस ऑफ़ किलिमंजारो" उनके प्रसिद्ध उदाहरण हैं।
  • एफ. स्कॉट फिट्ज़गेराल्ड: फिट्ज़गेराल्ड की लघु कहानियों ने अक्सर "जैज़ एज" के ग्लैमर, मोहभंग और नैतिक पतन को दर्शाया।
  • विलियम फॉकनर: फॉकनर की कहानियाँ अक्सर उनके काल्पनिक योकनापटावफा काउंटी में स्थापित थीं, जिसमें दक्षिणी गोथिक तत्वों, जटिल कथा संरचनाओं और पात्रों के मनोवैज्ञानिक गहराई का प्रयोग किया गया था।
  • फ्लैनरी ओ'कॉनर: ओ'कॉनर ने अपनी दक्षिणी गोथिक कहानियों में धार्मिक विषयों, विद्रूप हास्य और हिंसा का इस्तेमाल किया, अक्सर मोक्ष, पाप और मानव स्वभाव की विकृतियों का पता लगाया।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद और समकालीन कहानी: - द्वितीय विश्व युद्ध के बाद की अवधि ने अमेरिकी समाज में महत्वपूर्ण बदलाव लाए, जो लघु कहानी में भी परिलक्षित हुए।
  • जे.डी. सालिंगर: उनकी कहानियाँ, विशेष रूप से "नाइन स्टोरीज" संग्रह, ने युद्ध के बाद की अमेरिकी पहचान, मासूमियत के नुकसान और आध्यात्मिक खोज के विषयों का पता लगाया।
  • रेमंड कार्वर: 1970 और 80 के दशक में, कार्वर ने न्यूनतमवाद को लोकप्रिय बनाया। उनकी कहानियाँ संक्षिप्त, सीधी और रोजमर्रा के लोगों के निराशाजनक जीवन, उनकी संघर्षों और मौन हताशाओं को चित्रित करती थीं। कार्वर की शैली ने लघु कहानी को एक नई दिशा दी।
  • एलिस मुनरो: (हालांकि कनाडाई, अमेरिकी कहानी पर उनका गहरा प्रभाव पड़ा) मुनरो को उनकी जटिल, बारीकियों वाली कहानियों के लिए नोबेल पुरस्कार मिला, जो ग्रामीण कनाडा में महिलाओं के जीवन और रिश्तों की गहराई में उतरती थीं।
  • झुम्पा लाहिड़ी: समकालीन लेखकों में, लाहिड़ी जैसे लेखकों ने अप्रवासी अनुभव, सांस्कृतिक पहचान और परिवार के जटिल गतिशीलता का पता लगाया है।
  • जॉर्ज सॉन्डर्स: समकालीन अमेरिकी कहानी में सॉन्डर्स एक प्रमुख आवाज हैं, जो अपने व्यंग्यपूर्ण, मजाकिया और अक्सर मार्मिक लघु कथाओं के लिए जाने जाते हैं जो अमेरिकी समाज के विसंगतियों पर टिप्पणी करती हैं।

लघु कहानी के विकास में सहायक कारक - अमेरिकी कहानी के विकास को कई बाहरी कारकों ने भी बढ़ावा दिया:
  • साहित्यिक पत्रिकाएँ: द अटलांटिक मंथली, हार्पर'स मैगज़ीन और द सेंचुरी मैगज़ीन जैसी प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाएँ लघु कथाओं को प्रकाशित करने और बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण थीं। उन्होंने लेखकों को एक मंच प्रदान किया और पाठकों के लिए लघु कथाओं को आसानी से उपलब्ध कराया।
  • समाचार पत्र और पत्रिकाएँ: 19वीं शताब्दी में शहरी आबादी के बढ़ने के साथ, समाचार पत्रों और लोकप्रिय पत्रिकाओं ने उपन्यास को धारावाहिक करने के बजाय लघु कथाओं को प्रकाशित करना अधिक व्यावहारिक पाया। लघु कथाओं को कम जगह की आवश्यकता होती थी और पाठक उन्हें एक ही बैठक में समाप्त कर सकते थे, जो शहरी जीवन की तेज़ गति के अनुरूप था।

निष्कर्ष - अमेरिकी कहानी का उद्भव और विकास एक समृद्ध और बहुआयामी यात्रा है। वाशिंगटन इरविंग के मनोरंजन-उन्मुख लोक कथाओं से शुरू होकर, यह एडगर एलन पो की कलात्मक संरचना और नथानिएल हॉथोर्न की नैतिक गहराई में विकसित हुई। यथार्थवाद के आगमन ने रोजमर्रा की जिंदगी को चित्रित करने पर जोर दिया, जबकि आधुनिकतावाद ने चरित्र के आंतरिक जीवन और प्रायोगिक कथा पर ध्यान केंद्रित किया। 20वीं और 21वीं शताब्दी में, लघु कहानी ने सामाजिक, सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को अपनाया है, जो अमेरिकी समाज और मानव अनुभव के विभिन्न पहलुओं को प्रतिबिंबित करती है। यह विधा अपनी संक्षिप्तता, तीव्रता और केंद्रित प्रभाव की क्षमता के कारण अमेरिकी साहित्य में एक महत्वपूर्ण और स्थायी स्थान रखती है।

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